Saturday, May 14, 2011

केस को सीबीआई को सौंपने के साथ दोषी अधिकारियों पर कारवाई की मांग

स्वीटी हत्याकांड को लेकर लघु सचिवालय पर लोगों ने सरकार व जिला प्रशासन को जमकर कोसा

कुरुक्षेत्र ,नरेन्द्र धूमसी
कुरुक्षेत्र में हए स्वीटी हत्याकांड में न्याय को लेकर प्रदेशभर से आवाज बुलंद होने लगी है। इस कांड की आग करनाल में भी पहुंची। अनेको स्थानों पर करनाल में इस मामले में कैंडल मार्च निकाले गए। वहीं प्रदेश के पानीपत, रोहतक व कुरुक्षेत्र धरने प्रदर्शनों से सुलगा हुआ है। स्वीटी हत्याकांड में न्याय को लेकर हर तरफ हा-हाकार मचा हुआ है। हर कोई इस मामले में इसाफ की गुहार लगा रहा है। शुक्रवार को इंडियन बहुजन संदेश पार्टी, स्टूडेंट फैडरेशन ऑफ इंडिया, छात्र संगठन एसओएसडी,  जन संघर्ष मंच व निर्माण कार्य श्रमिक समिति से जुड़े सैकड़ों लोगों ने शहर में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पर सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन की जमकर हवा निकाली। प्रदर्शनकारियों ने स्वीटी के हत्यारों को जल्द पकडक़र फांसी पर लटकाने की मांग करते हुए स्वीटी मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कारवाई की मांग की और इस केस की सीबीआई जांच की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपे।
इंडियन बहुजन संदेश पार्टी(कांशीराम) के सैंकड़ों कार्यकर्ता पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा कांता आलडिय़ा की अध्यक्षता में लघु सचिवालय के सामने बैठे। पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। आलडिय़ा ने बताया कि हरियाणा प्रदेश में कानून नेताओं की कठपुतली बनकर रह गया है। प्रदेश की पुलिस रक्षक की बजाए भक्षक बनती जा रही है। कांग्रेस के राज में दलितों, लाचारों व गरीबों की बेटियों को सरेआम जलील करने के बाद मारकर फैंक दिया जाता है और प्रशासन चुपचाप तमाशा देखता रहता है। उन्होंनें आरोप लगाया कि कुरुक्षेत्र के स्वीटी हत्याकांड में पुलिस व नेता मिले हुए हैं। इसलिए स्वीटी के हत्यारों को जानबुझकर गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। अगर स्वीटी किसी प्रभावी व्यक्ति की लाडली होती तो सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस मामले की जांच की रिर्पोट कभी के ले लेते। लेकिन मुख्यमंत्री कुरुक्षेत्र जिले में रैली में पहुंचने के बावजूद भी पीडि़त परिवार का हाल जानने तक नहीं पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाए कि हुड्डा के नेतृत्व में चल रहे प्रशासन पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। प्रदेश में अफसर मनमर्जी से कार्य कर रहे हैं। आलडिय़ा ने राज्यपाल को दिए ज्ञापन में हरियाणा सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग भी की। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केदारनाथ, कोषाध्यक्ष राजेश लठवाल, युवा प्रदेश प्रधान मुकेश, प्रभारी शिवचरण सैनी, प्रदेश कार्यालय सचिव रामकिशन मेहरा, महिला विंग जिला प्रधान गीता रान नीलम कसान, राजू कौल व रामकरण मौजूद रहे। वहीं दूसरी तरफ स्टूडेंट फैडरेशन ऑफ इंडिया के राज्य प्रधान मनोज कुमार के नेतृत्व में यूनियन के कार्यकर्ताओं ने स्वीटी के हत्यारों को गिरफ्तार करने, दोषी अफसरों पर कारवाई करने व इस मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग करते हुए जिला सचिवालय पर जमकर प्रदर्शन किया और राज्यपाल के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। वहीं दूसरी ओर जन संघर्ष मंच व निर्माण कार्य श्रमिक समिति से जुड़े सैकड़ों युवाओं, महिलाओं व पुरुषों ने शहर में नारे लगाते हुए सरकार व पुलिस प्रशासन को जमकर कोसा। बाद में जन संघर्ष मंच के कार्यकर्ता लघु सचिवालय के मैन गेट पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने स्वीटी के हत्यारों को फांसी पर लटकाने की मांग करते हुए स्वीटी हत्याकांड की सीबीआई जांच करवाने की मांग की और महामहिम राज्यपाल के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा।
             जन संघर्ष मंच की पदाधिकारी सुदेश ने बताया कि कुरुक्षेत्र की धरती पर एक युवतीे को सरेआम कुछ गुंडे सरेआम उठाने के बाद मारकर फैंक देते हैं। पुलिस कोई कारवाई नहीं करती। स्वीटी हत्याकांड निंदनीय है। इस मामले में अगर पुलिस तत्परता दिखाती तो घटना को अंजाम देने वाले बदमाश सलाखों के पीछे होते। संगठन के कार्यकर्ताओं ने महामहिम राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में मांग की कि स्वीटी हत्याकांड की सीबीआई जांच हो, कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक को जनहित में बर्खास्त किया जाए, स्वीटी के हत्यारों को गिरफ्तार किया जाए, शहर में बिना नंबर के घूमने वाले वाहनों को जब्त किया जाए और स्वीटी हत्याकांड में जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कारवाई की जाए। प्रदर्शन में जन संघर्ष मंच जिला प्रवक्ता उषा, सचिव सोमनाथ, जिला प्रधान करनेल, कैशियर जितेंद्र, समता मुल्क महिला संगठन की राज्य संयोजक रेखा व कविता विद्रोही मुख्यरूप से शामिल रहे।



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