रादौर,18मई कुलदीप सैनी
जनलोकपाल से भ्रष्टाचार पर अकुंश लगाया जा सकता है। जनलोकपाल एवं जनलोकायुक्त व्यक्ति नहीं बल्कि संस्थाएं है। जनलोकपाल सरकार से पूरी तरह से स्वतंत्र होगा। राजनीतिज्ञ व नौकरशाह इनके कार्य में दखल नहीं दे सकेगें। जन लोकपाल से निचले व उच्च स्तर पर फैल रहे भ्रष्टाचार पर लगाम कसी जा सकेगी। यह जानकारी समाजसेवी केसरसिंह बापा व जब्बार खान ने दी। केसरसिंह बापा जनलोकपाल संघर्ष समिति के वरिष्ठ सदस्य अरविंद केदरीवाल से मिलकर संघर्ष समिति में शामिल हुए है। केसरसिंह बापा ने मंगलवार को रादौर, नाहरपूर व जठलाना में अपनी टीम के साथ ग्रामीणों को जनलोकपाल के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
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गंदे पानी ने किया जीना मुहाल
रादौर,18मई-कुलदीप सैनी-
गांव घेसपूर चुंगी कालोनीवासी पिछले दस वर्षो से कालोनी में गंदे पानी की निकासी की समस्या से जूझ रहे है। इतना ही नहीं कालोनी की मात्र एक गली ही पक्की है। बाकी की गलियां आज भी कच्ची ही है। कच्ची गलियां बरसात के दिनों में उनके लिए काफी परेशानियां खड़ी कर देती है। कालोनीवासी बार बार कालोनी के गंदे पानी की निकासी व गलियों को पक्का करने की मांग प्रशासन से कर चुके है। लेकिन किसी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। कालोनिवासियों से जिला उपायुक्त से मांग की है कि उनकी इस समस्या का समाधान करने के लिए संबधित विभाग को आदेश दिए जाए।
कालोनीवासी ज्ञानचंद, हरिचंद नम्बरदार, पूर्णचंद, रोशनलाल, सुरेश वर्मा, बलवंत, महिन्द्रसिंह, रामशरण, रोशनीदेवी, टोनी, शीशपाल, जयप्रकाश, सूरजभान, राजिन्द्र व बसंदाराम ने बताया कि उनकी कालोनीवासी पिछले लगभग दस वर्षो से कालोनी के गंदे पानी की निकासी की मांग करते चले आ रहे है। लेकिन किसी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। गंदे पानी की निकासी न होने से कालोनी का गंदा पानी खाली प्लांटो व गलियों में जमा रहता है। कालोनी की गलियां भी कच्ची है। जिस कारण इन कच्ची गलियों में गंदा पानी जमा होने से यहां से गुजरने में भी उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गंदे पानी यूं ही कालोनी में जमा होने से कालोनी में मक्खी व मच्छरों की भरमार भी है। साथ ही इस गंदे पानी से आने वाली गंदी बदबू का भी उन्हें सामना करना पड़ता है। जिससे उन्हें भारी परेशानी होती है। वे कई बार प्रशासन के अधिकारियों से इस बारे मांग कर चुके है। लेकिन किसी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि वे कालोनी की कच्ची गलियों को पक्का करने की भी मांग करते रहते है। गांव की पंचायत को भी इस बारे कई बार कहा गया है। जिस पर पंचायत ने कालोनी की एक ही गली को पक्का करवाया था। लेकिन बाकी की गलियां अभी तक कच्ची पड़ी है। जिससे बरसात के दिनों में उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ती है। कालोनीवासियों ने जिला उपायुक्त से मांग की है कि गांव की गलियों को पक्का करवाया जाए और गंदे पानी की निकासी की भी उचित व्यवस्था करवाई जाए।
जलापूर्ति विभाग के कार्यालय पर लोगों ने किया रोष प्रदर्शन
रादौर,18मई-कुलदीप सैनी-
भटठा कालोनी रादौरी के ग्रामीणों ने पीने के पानी की मांग को लेकर जलापूर्ति विभाग के कार्यालय पर रोष प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना था कि वे पिछले 40 वर्षो से यहां पर रह रहे है। लेकिन उन्हें पीने का पानी उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है। जिस कारण वे शोरायुक्त पानी पीने को मजबूर है। वहीं जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों कालोनी की भूमि पर स्टे आर्डर होने के कारण पाईप लाईन न बिछाने की बात कह रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो ग्रामीण जिला उपायुक्त के कार्यालय पर रोष प्रदर्शन कर पाईप लाईन बिछाने की मांग करेगें।
कालोनीवासी श्रीराम, जयपाल, सूरजभान, ईश्वर, ओमपाल, ओमप्रकाश, कृष्णलाल, छोटेलाल, पूर्णचंद, सुरेश कुमार, बंसीलाल, श्रवण कुमार, कलावती, कृष्णा देवी, मोहनी देवी, सरोजवती, रामवती, रेखा व तारोदेवी ने बताया कि वे इस भ_ा कालोनी में पिछले लगभग 40 वर्षो से रह रहे है और 25 वर्षो से यहां पर कालोनी का पंच भी बनाया जा रहा है। कालोनी की आबादी लगभग 350 से अधिक है। लेकिन इसके बाद भी प्रशासन की ओर से उन्हें पीने का पानी उपलब्ध नहीं करवाया गया है। इसके लिए वे कई बार पंचायत व विभाग से अपील कर चुके है। लेकिन अभी तक उन्हें पानी उपलब्ध नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि उन्हें बिजली का कनैक्शन भी दिया गया है। उनके राशन कार्ड व वोटर कार्ड भी बनाए गए है। लेकिन गांव के कुछ लोग उनके यहां पर रहने को अवैध मानते है। जिस कारण वे पाईप लाईन बिछाने में अंडगा बैठा रहे है। जिस कारण ही गांव की पिछली पंचायत ने राजनीति के चलते पाईप लाईन बिछाने पर स्टे आर्डर ले लिया था। इसी वजह से उन्हें आज तक पीने का पानी नहीं मिल पाया है। पानी उपलब्ध न होने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आसपास के टयूबवैलों व कुछ नलकों के सहारे ही वे पानी पी रहे है। लेकिन अब कुछ नलके भी खराब हो चुके है। इन नलकों का पानी वैसे भी शोरायुक्त है। लेकिन मजबूरी में उन्हें यहीं पानी पीना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब वे गांव के बांशिदे बन चुके है तो पानी देने में रोड़ा क्यों अटकाया जा रहा है। अगर जल्द ही उन्हें पानी की सुविधा नहीं दी गई तो ग्रामीण जिला उपायुक्त के कार्यालय के समक्ष रोष प्रदर्शन करेगेें। ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त से मांग की है कि उनकी इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए।
लिखित में आर्डर मिलने पर ही दे सकेगें पानी-इस बारे जलापूर्ति विभाग के एसडीओं दिनेश कुमार ने बताया कि पिछली पंचायत ने भूमि पर स्टे आर्डर लिया था। जिस कारण डीडीपीओं धर्मबीर ने उन्हें यहां पाईप लाईन न बिछाने के आदेश दिए थे। जब तक उन्हें लिखित में पाईप लाईन बिछाने का आर्डर नहीं मिल जाता तब तक वे यहां पर पाईप लाईन नहीं बिछा सकते। क्योंकि जब भी वे पाईप लाईन बिछाने जाते है तो गांव के कुछ लोग लेबर को धमका कर वहां से भगा देते है।
जनलोकपाल से भ्रष्टाचार पर अकुंश लगाया जा सकता है। जनलोकपाल एवं जनलोकायुक्त व्यक्ति नहीं बल्कि संस्थाएं है। जनलोकपाल सरकार से पूरी तरह से स्वतंत्र होगा। राजनीतिज्ञ व नौकरशाह इनके कार्य में दखल नहीं दे सकेगें। जन लोकपाल से निचले व उच्च स्तर पर फैल रहे भ्रष्टाचार पर लगाम कसी जा सकेगी। यह जानकारी समाजसेवी केसरसिंह बापा व जब्बार खान ने दी। केसरसिंह बापा जनलोकपाल संघर्ष समिति के वरिष्ठ सदस्य अरविंद केदरीवाल से मिलकर संघर्ष समिति में शामिल हुए है। केसरसिंह बापा ने मंगलवार को रादौर, नाहरपूर व जठलाना में अपनी टीम के साथ ग्रामीणों को जनलोकपाल के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर सरदार केसर सिंह बापा ने बताया कि जनलोकपाल संघर्ष समिति में शामिल होने के लिए वे अरविंद केदरीवाल जी से अपनी टीम के सदस्यों के साथ मिले। जिन्होंने उन्हें समिति में शामिल कर जनलोकपाल के बारे में घर घर जाकर लोगों को जानकारी देने के निर्देश दिए है। सरदार केसरङ्क्षसह बापा ने कहा कि कई नेता, नौकरशाह और व्यवसायी खुलेआम देश को लूट रहे है। इसके बावजूद इनमें से बहुत कम ही जेल पहुंच पाते है। भले ही उनके खिलाफ कितने भी ठोस सबूत क्यों न हो। इसके अलावा आम आदमी मामूली से मामूली कार्यो के लिए सरकारी विभागों के चक्कर काट रहा है। राशन मिलने से लेकर पासपोर्ट बनवाने तक रिश्वत के बिना कोई भी कार्य पूरा नहीं हो पाता। जनलोकपाल एवं जनलोकायुक्त के लागू हो जाने से इस तरह के भ्रष्टाचार पर पूर्णत: अकुंश लगाया जा सकेगा। चौ० जब्बार खान ने कहा कि उनकी टीम के सदस्य जिला स्तर पर घर घर जाकर लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूक करेगें और जनलोकपाल की विस्तार से जानकारी लोगों को दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जनलोकपाल लागू हो जाने के बाद अगर कोई भी नागरिक भ्रष्टाचार की शिकायत करता है तो एक साल के भीतर ही उस नागरिक को न्याय मिल सकेगा। भ्रष्ट अधिकारियों पर भी इससे पूरी तरह से लगाम कसी जा सकेगी। इसके बाद भ्रष्टाचार के मामले में लिप्त पाये जाने वाले व्यक्ति के लिए अधिक से अधिक सजा का प्रावधान भी रखा जाएगा। भ्रष्ट व्यक्ति को दोषी पाये जाने पर उम्रकैद की सजा भी दी जा सकेगी। इस अवसर पर सुखेदव सिंह रादौर, रमेश खान, जसबीर कौर, शकुतंला देवी, रामपाल नाहरपूर, ईश्रार खान, सोमनाथ बैंडी, सुरेन्द्र काम्बोज, सुखदास, संजय कुमार, मांगेराम व चन्द्रपाल आदि उपस्थित थे।
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गंदे पानी ने किया जीना मुहाल
रादौर,18मई-कुलदीप सैनी-
गांव घेसपूर चुंगी कालोनीवासी पिछले दस वर्षो से कालोनी में गंदे पानी की निकासी की समस्या से जूझ रहे है। इतना ही नहीं कालोनी की मात्र एक गली ही पक्की है। बाकी की गलियां आज भी कच्ची ही है। कच्ची गलियां बरसात के दिनों में उनके लिए काफी परेशानियां खड़ी कर देती है। कालोनीवासी बार बार कालोनी के गंदे पानी की निकासी व गलियों को पक्का करने की मांग प्रशासन से कर चुके है। लेकिन किसी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। कालोनिवासियों से जिला उपायुक्त से मांग की है कि उनकी इस समस्या का समाधान करने के लिए संबधित विभाग को आदेश दिए जाए।
कालोनीवासी ज्ञानचंद, हरिचंद नम्बरदार, पूर्णचंद, रोशनलाल, सुरेश वर्मा, बलवंत, महिन्द्रसिंह, रामशरण, रोशनीदेवी, टोनी, शीशपाल, जयप्रकाश, सूरजभान, राजिन्द्र व बसंदाराम ने बताया कि उनकी कालोनीवासी पिछले लगभग दस वर्षो से कालोनी के गंदे पानी की निकासी की मांग करते चले आ रहे है। लेकिन किसी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। गंदे पानी की निकासी न होने से कालोनी का गंदा पानी खाली प्लांटो व गलियों में जमा रहता है। कालोनी की गलियां भी कच्ची है। जिस कारण इन कच्ची गलियों में गंदा पानी जमा होने से यहां से गुजरने में भी उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गंदे पानी यूं ही कालोनी में जमा होने से कालोनी में मक्खी व मच्छरों की भरमार भी है। साथ ही इस गंदे पानी से आने वाली गंदी बदबू का भी उन्हें सामना करना पड़ता है। जिससे उन्हें भारी परेशानी होती है। वे कई बार प्रशासन के अधिकारियों से इस बारे मांग कर चुके है। लेकिन किसी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि वे कालोनी की कच्ची गलियों को पक्का करने की भी मांग करते रहते है। गांव की पंचायत को भी इस बारे कई बार कहा गया है। जिस पर पंचायत ने कालोनी की एक ही गली को पक्का करवाया था। लेकिन बाकी की गलियां अभी तक कच्ची पड़ी है। जिससे बरसात के दिनों में उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ती है। कालोनीवासियों ने जिला उपायुक्त से मांग की है कि गांव की गलियों को पक्का करवाया जाए और गंदे पानी की निकासी की भी उचित व्यवस्था करवाई जाए।
जलापूर्ति विभाग के कार्यालय पर लोगों ने किया रोष प्रदर्शन
रादौर,18मई-कुलदीप सैनी-
भटठा कालोनी रादौरी के ग्रामीणों ने पीने के पानी की मांग को लेकर जलापूर्ति विभाग के कार्यालय पर रोष प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना था कि वे पिछले 40 वर्षो से यहां पर रह रहे है। लेकिन उन्हें पीने का पानी उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है। जिस कारण वे शोरायुक्त पानी पीने को मजबूर है। वहीं जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों कालोनी की भूमि पर स्टे आर्डर होने के कारण पाईप लाईन न बिछाने की बात कह रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो ग्रामीण जिला उपायुक्त के कार्यालय पर रोष प्रदर्शन कर पाईप लाईन बिछाने की मांग करेगें।
कालोनीवासी श्रीराम, जयपाल, सूरजभान, ईश्वर, ओमपाल, ओमप्रकाश, कृष्णलाल, छोटेलाल, पूर्णचंद, सुरेश कुमार, बंसीलाल, श्रवण कुमार, कलावती, कृष्णा देवी, मोहनी देवी, सरोजवती, रामवती, रेखा व तारोदेवी ने बताया कि वे इस भ_ा कालोनी में पिछले लगभग 40 वर्षो से रह रहे है और 25 वर्षो से यहां पर कालोनी का पंच भी बनाया जा रहा है। कालोनी की आबादी लगभग 350 से अधिक है। लेकिन इसके बाद भी प्रशासन की ओर से उन्हें पीने का पानी उपलब्ध नहीं करवाया गया है। इसके लिए वे कई बार पंचायत व विभाग से अपील कर चुके है। लेकिन अभी तक उन्हें पानी उपलब्ध नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि उन्हें बिजली का कनैक्शन भी दिया गया है। उनके राशन कार्ड व वोटर कार्ड भी बनाए गए है। लेकिन गांव के कुछ लोग उनके यहां पर रहने को अवैध मानते है। जिस कारण वे पाईप लाईन बिछाने में अंडगा बैठा रहे है। जिस कारण ही गांव की पिछली पंचायत ने राजनीति के चलते पाईप लाईन बिछाने पर स्टे आर्डर ले लिया था। इसी वजह से उन्हें आज तक पीने का पानी नहीं मिल पाया है। पानी उपलब्ध न होने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आसपास के टयूबवैलों व कुछ नलकों के सहारे ही वे पानी पी रहे है। लेकिन अब कुछ नलके भी खराब हो चुके है। इन नलकों का पानी वैसे भी शोरायुक्त है। लेकिन मजबूरी में उन्हें यहीं पानी पीना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब वे गांव के बांशिदे बन चुके है तो पानी देने में रोड़ा क्यों अटकाया जा रहा है। अगर जल्द ही उन्हें पानी की सुविधा नहीं दी गई तो ग्रामीण जिला उपायुक्त के कार्यालय के समक्ष रोष प्रदर्शन करेगेें। ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त से मांग की है कि उनकी इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए।
लिखित में आर्डर मिलने पर ही दे सकेगें पानी-इस बारे जलापूर्ति विभाग के एसडीओं दिनेश कुमार ने बताया कि पिछली पंचायत ने भूमि पर स्टे आर्डर लिया था। जिस कारण डीडीपीओं धर्मबीर ने उन्हें यहां पाईप लाईन न बिछाने के आदेश दिए थे। जब तक उन्हें लिखित में पाईप लाईन बिछाने का आर्डर नहीं मिल जाता तब तक वे यहां पर पाईप लाईन नहीं बिछा सकते। क्योंकि जब भी वे पाईप लाईन बिछाने जाते है तो गांव के कुछ लोग लेबर को धमका कर वहां से भगा देते है।
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