ददलाना(घरौंडा):(राजपाल प्रेमी)
गांव बेगमपूर में गरीबों के लिए काटे गए 100-100 वर्ग गज के प्लाटों के बीच में मनरेगा के तहत करवाए जा रहे कार्या में भारी अनियमित्ता बरती जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि इन प्लाटों के बीच में बनाए जाने वाली सडक़ में भारी गोलमाल किया गया है। सडक़ बनाने में पिल्ली व घटिया स्तर ईंटों का इस्तेमाल किया गया है। इतना ही नही अधिकारियों द्वारा इस स्कीम के तहत मजदूरों द्वारा करवाए जाने वाले इस कार्य को मशीनों से करवाकर नियमों की धज्जियां उड़ाई गई है।
गांव बेगमपूर में गरीबों के लिए काटे गए 100-100 वर्ग गज के प्लाटों के बीच में मनरेगा के तहत करवाए जा रहे कार्या में भारी अनियमित्ता बरती जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि इन प्लाटों के बीच में बनाए जाने वाली सडक़ में भारी गोलमाल किया गया है। सडक़ बनाने में पिल्ली व घटिया स्तर ईंटों का इस्तेमाल किया गया है। इतना ही नही अधिकारियों द्वारा इस स्कीम के तहत मजदूरों द्वारा करवाए जाने वाले इस कार्य को मशीनों से करवाकर नियमों की धज्जियां उड़ाई गई है।
गांव बेगमपूर में पंचायत द्वारा पिछले दिनों गरीबों के लिए 100-100 वर्ग गज के प्लाट काटे गए प्लाटों के बीच में किए जाने वाली सडक़ों का कार्य पंचायत अधिकारी द्वारा मनरेगा के तहत करवाया गया है।
ग्रामीण सुरेश, मुकेश, लालू, सुखवीर, राजेश, हवासिंह, फकीर चंद, बलवीर आदि ने बताया कि विभाग द्वारा बनाए गई इन सडक़ों पर ठेकेदार द्वारा पिल्ली व घटिया स्तर की इंटो का प्रयोग किया गया है। इतना ही नही अनेक जगहों पर इन्ही ईंटो के छोटे टुकड़े लगाकर उन्हें मिट्टी से ढांप दिया गया है। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि विभाग ने सडक़ पर ईंटों के बिछाने का कार्य तो मजदूरों द्वारा करवाया गया है। लेकिन इन ईंटों के उपर बिछाई गई मिट्टी का कार्य मजदृरों से न करवाकर जेसीबी मशीन से करवाया गया है। जिससे मनरेगा के तहत सरकार के नियमों को ताक पर रख कर सरेआम धज्जियां उड़ाई जाने की सूचना है। ग्रामीणों का कहना है कि इन सडक़ों को बनाते समय विभाग के जेई को मौके पर खड़ा होना जरूरी होता है लेकिन यहां पर जेई के दर्शन पूरे कार्य के दौरान दुलर्भ रहे।
कैसे लगाए अव्वल ईंटे।
जब इस बारे में संबंधित जेई सुशील रोहिल्ला से बात की गई तो उन्होंने माना कि वे कभी कभार मौके पर गए थे। बाकी सरकार द्वारा सडक़ बनाने में 3200 रूपए में अव्वल ईंटें लगाने का आदेश है और इतनी राशि मे अव्वल ईंटे नही मिलती। उन्होंनें ये भी माना कि मनरेगा के तहत होने वाला कार्य जेसीबी मशीन से करवाया गया है।
इस संबंध में पंचायत विभाग के एससीडीओ केजी गोयल ने मौके का निरीक्षण पाया कि सडक़ बनाने में पूरी तरह से नियमों की अनदेखी की गई है। पूरी कार्य में घटिया ईंटों का इस्तेमाल किया गया है। बाकी अभी तक ठेकेदार की पेमेंट नही की गई है। पूरे मामले की जांच की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मिट्टी डालने में जेसीबी का प्रयोग गलत है। जिसकी जांच की जाएगी।
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