Thursday, May 19, 2011

बंदरों के आतंक ने किया शहरवासियो का जीना हराम


 इन्द्री विजय काम्बोज
शहर इन्द्री में बंदरों के आतंक ने शहरवासियों का जीना हराम कर दिया है । दुकानदार से लेकर आम शहरी ,महिलाएं व बच्चे इन बंदरों के आतंक से परेशान व भयभीत है । इन बंदरों के बडते आतंक के कारण शहर की गलियों से गुजरना मुश्किल हो गया है । शहर में बंदरों का आतंक इतना फैल चुका है कि न तो घर में खुले में सामान रखा जा सकता है । कई बंदर तो इतने निडर हो गये है जो घरों में घुसकर फ्रिज व रसोई में से खाने का समान तक ले जाते है । घर की महिलाएं तो बंदरों के नाम से ही डरने लगी है महिलाएं ही नही बच्चों में भी इन बंदरों का डर बना हुआ है महिलाओं का कहना है कि कई बार तो बंदर उनके या बच्चों के हाथ से खाने का सामान ले जाते है । इन बंदरों के आतंक के कारण न तो घर में कोई सामान सुरक्षित है और नही छत पर कपडों को सुखने के लिए फैलाया जा सकता है । अब तो आलम यह है कि शाम के समय तो सैकडों की संख्या में बंदर लागों की छतों पर डेरा जमा कर बैठ जाते है । गर्मी से तंग शहरवासी अपनी छत पर टहलने की तो छोड उपर आकर देख भी नही सकते है। वार्ड नं0 9 में तो बंदरों ने इतना आतंक मचाया हुआ है जिसके कारण कोई भी व्यक्ति गलियों से गुजरने की हिम्मत नही करता है पिछले कुछ दिन पहले इसी वार्ड में बंदरों की वजह बिजली की तारों के मिलाने से कई घरों में किमती उपकरण जल कर राख हो गये थे वहीं तारों में उलझकर एक बंदर की मौत भी हो गई थी । 
इन बंदरों ने फलों वाली दुकानों को तो अपने बाप की समझ रखा है जब जी आये तब फल उठाये और चलते बने यदि कोई दुकानदार इनको रोकने की कोशिश करता है तो बंदर इस पर हमला बोल देता है । गौरतलब है कि पिछले कई वर्षो से शहर में बंदरों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और इनके आतंक से परेशान लोगों ने नगरपालिका प्रशासन से कई बार गुराह भी लगाई है परन्तु अभी तक इन बंदरों को पकडने के लिए कोई व्यापक अभियान नही चलाया गया है ।

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