रादौर,कुलदीप सैनी
गाव बैंडी में महात्मा गाधी ग्रामीण बस्ती योजना के तहत कुछ महीने पहले 12 लाख 76 हजार रुपये खर्च कर 200 बीपीएल परिवारों के लिए बनाई गई कालोनी की गलिया टूट कर बिखर गई है। घटिया सामग्री से बनाई गई गलिया कालोनी बसने से पहले ही टूट गई है। वहीं, कालोनी में जिन लोगों को प्लाट आवंटित किए गए हैं, उनमें से अधिकतर लोगों ने 100 गज के प्लाटों पर गुहारे व कूप बनाने शुरू कर दिए है। वहीं, कुछ लोगों ने नियमों को ताक पर रखकर प्लाटों पर मकान बनाकर उनमें रहने की बजाय उनमें पशुओं का भूसा भर दिया है।
प्रशासन की ओर से बैंडी गांव की बीपीएल कालोनी में 200 पात्रों को 100 गज के प्लाट दिए गए है। प्लाट देने से पहले प्रशासन की ओर से कालोनी की ईटों से गलिया बनाई गई है। कुछ समय पहले बनाई गई लियों में घटिया ईटों का इस्तेमाल कर लाखों रुपये की ग्राट राशि गोलमाल की गई है। बीपीएल कालोनी की गलियों की ईटे टूटकर बिखर जाना प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है। कालोनी के लिए मिली लाखों रूपये की ग्राट राशि का दुरूपयोग कर प्रशासन के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों ने इसे डकारने का काम किया है।
यदि सरकार कालोनी में किए गए कार्यो की निष्पक्षता से जाच करवाए तो लाखों रुपये की ग्राट राशि में किए गये घोटाले का पर्दाफाश हो सकता है। इस बारे गाव की महिला सरपंच सत्या देवी ने बताया कि प्रशासन की ओर से बनाई गई बीपीएल कालोनी की गलियों में बरसात के दिनों में गाव के कुछ लोगों द्वारा ट्रैक्टर ट्राली चलाने से गलिया धंस गई है, जिन्हे जल्द ठीक करवा दिया जाएगा।
वहीं, बीडीपीओ रादौर कंवरभान नरवाल ने बताया कि बीपीएल कालोनी में शुरूआती तौर पर ईटों की गलिया बनाई गई है। गाव के लोगों द्वारा ही कालोनी की गलियों को तोड़ा गया है। गाव की पंचायत को गलियों की देखभाल करनी चाहिए। वह मामले की जाच करेंगे।
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