करनाल विजय काम्बोज
राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार के दूसरे दिन कृषि और उससे संबंधित विषयों की आधुनिक तकनीकों को तेजी से ग्रामीण क्षेत्र तक प्रसारित करने पर जोर दिया गया। वैज्ञानिकों ने जलवायु परिवर्तन से सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए भी मंथन किया। संस्थान बहु क्षेत्रीय तकनीकी एवं ग्रामीण खुशहाली विषय पर आयोजित सेमिनार के दूसरे दिन के विभिन्न तकनीकी सत्रों की अध्यक्षता भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के कृषि विस्तार के उप महानिदेशक डा. केडी कोकाटे ने की। उन्होंने कहा कि कृषि की आधुनिक तकनीकों को देहात तक पहुंचाने से विकास को लाभ मिलेगा। इन तकनीक के अपनाने से देश में खाद्यान उत्पादन में वृद्धि होने के साथ ही किसानों को आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी। उन्होंने जलवायु परिवर्तन को लेकर वैज्ञानिकों और किसानों को सचेत रहने का संदेश देते हुए नवीनतम खेती करने पर जोर दिया। डॉ. कोकाटे को मोबिलाइजेशन सोसायटी की ओर से लाइफ टाइम अवार्ड से अलंकृत किया गया। सेमिनार में डॉ. बीएस हसरां, डॉ. विजय रागवन, डॉ. राम बहल, डा. एसएस अटवाल सहित 42 वैज्ञानिकों ने शोध पत्र पढ़े, जबकि 52 पोस्टर के माध्यम से शोध उपलब्धियों को प्रतिभागियों ने सांझा किया।
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