Wednesday, June 1, 2011

आखिरकार पकड़ा ही गया तेंदुआ


              
इन्द्री  विजय काम्बोज                                           
गांव बड़ागांव के जंगलों में पिछले कई दिनों से घुसे तेंदुए को पकडऩे में वन विभाग के कर्मचारी आखिर सफल हो ही गये जब आज तडक़े तेंदुआ खुद ही शिकार की तलाश में जंगल से बाहर निकला तो बाहर रखे पिंजरे में बंद बकरे को देखकर उसका मन डोल गया और वह खुद ही शिकार को खाने के लिए जैसे ही पिंजरे में घुसा तो स्वचालित पिंजरा उसका पंजा अंदर रखते ही खुद ब खुद बंद हो गया और तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया। गौरतलब है कि अप्रैल माह की 28 तारीख की रात को ट्रैक्टर पर काम से लौट रहे कुछ लोगों के सामने यह तेंदुआ आकर खड़ा हो गया था। उसके बाद से ही इसको पकडऩे के लिए वन विभाग के कर्मचारी जुटे हुए थे। इसको पकडऩे के लिए बड़ागांव के जंगल में दो पिंजरे लगा रखे थे। पानीपत व करनाल की टीमें इस अभियान में जुटी हुई थी। इस बारे में जानकारी देते हुए वन इंस्पेक्टर आजाद सिंह ने बताया कि लगभग एक माह से विभाग के कर्मचारी इसको पकडऩे के लिए जुटे हुए थे। आज सुबह जब रोजाना की तरह पिंजरे को चैक करने के लिए कर्मचारी गये तो तेंंदुए को पिंजरे में बंद पाया। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों को दी। आजाद सिंह ने बताया कि यह एक मादा तेंदुआ है और हो सकता है कि यह शिवालिक की पहाडिय़ों से भटककर इधर आ गया हो। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि पूरे हरियाणा में इससे पहले दो तेंदुए ही जिंदा पकड़े गये हैं। और अब इसे हरियाणा मे कलेसर या मोरनी के जंगलों में छोड़ा जा सकता है। वहीं इस तेंदुए के पकड़े जाने से गांव के लोगों में खुशी का माहौल है क्योंकि जंगल के पास स्थित बड़ागांव एवं मुगलमाजरा गांव के लोगों में दहशत का माहौल था और वे शाम के समय सडक़ पर निकलते हुए  खतरा महसूस करते थे।

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