Friday, July 1, 2011

मरी हुई मुर्गियां खुले में न फैंके:उपमण्डलाधीश


करनाल सुरेश अनेजा 
उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी के निर्देश पर उपमण्डलाधीश करनाल मुकुल कुमार ने आज स्थानीय सचिवालय के सभागार में पशु पालन विभाग की ओर से आयोजित बैठक में मुर्गी पालकों को हिदायत दी कि वे अपने-अपने मुर्गी फार्म से मरी हुई मुर्गियां खुले में न फैंके बल्कि इसके लिए पिट बनाए जाए और उन्हें ढककर रखा जाए। इसके अलावा मुर्गी फार्म पर ज्यादा मक्खियां पनपना भी आस-पास के लोगो की समस्या मानते हुए समय-समय पर लार्वी साईड दवा का छिडक़ाव करते रहे व हवा में मुिर्गयों के मल से पैदा होने वाली बदबू को रोकने के लिए उनके फीड में दवा मिलाते रहे। इन तीनों समस्याओं का सही निदान करते हुए आस-पास के लोगो से शिकायत न आए। ऐसी व्यवस्था मुर्गीपालक सुनिश्चित करें ताकि वातावरण दूषित न हो। 


बैठक में पशु पालन विभाग के उपनिदेशक डा0 गुरमीत सिंह ने बताया कि मुर्गीपालकों द्वारा उपरोक्त स्थितियों से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण कैम्प गांव में आयोजित किए जाएगें। उपरोक्त हिदायतों की अनुपालना का आश्वासन देते हुए मुर्गी पालक संघ के पदाधिकारियों ने मुर्गी पालन को इन्डस्ट्री न मानकर कृषि उत्पादन मानते हुए वही सभी सुविधाए सरकार से अपेक्षा की जो कृषि क्षेत्र में सरकार दे रही है। 
इस बैठक में मुर्गीपालक संघ के जिला प्रधान सुरेन्द्र भुटानी, पृथ्वी सिंह कुटेल के अलावा जिले के 27 मुर्गीपालक उपस्थित थे। 

No comments:

Post a Comment