Monday, May 9, 2011

रादौर,9मई-कुलदीप सैनी
बरहेडी भूमि विवाद व दलितों पर हो रहे अत्याचार को लेकर रविवार को जठलाना में सम्पन्न हुई दलित महापंचायत में समुदाय का जहां लगभग डेढ लाख रूपये खर्च आया है वहीं प्रशासन को भी सुरक्षा व्यवस्था पर लाखों रूपया अब तक खर्च करना पड़ा है। जिस भूमि पर एससी समुदाय व पंचायत के बीच विवाद चला आ रहा है। उसकी कीमत लगभग पांच से छ: लाख रूपये आंकी जा रही है। इस प्रकार पांच  से छ: लाख रूपये की भूमि पर अपना अधिकार जमाने के लिए एससी समुदाय व प्रशासन को भूमि की कीमत से अधिक पैसा खर्च करना पड़ सकता है। एससी समुदाय के प्रधान रणजीत सिंह  ने बताया कि रविवार को सम्पन्न हुई महापंचायत में समुदाय के लोगों का लगभग डेढ़ लाख रूपया खर्च आया है। वहीं जिस जगह पर वह अम्बेडकर भवन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे है। उस स्थान पर लगाए गए टैंट पर भी समुदाय के लोगों ने लगभग 20 हजार रूपये से अधिक खर्च किया है। समुदाय के लोग किसी भी कीमत पर विवादित भूमि पर अम्बेडकर भवन बनाकर रहेगें। जिसके लिए वह कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है। विवादित भूमि एससी समुदाय के लिए प्रतिष्ठा का प्रशन बन गई है। समुदाय के लोग पूरी 40 मरले भूमि लेकर रहेगें। विवादित भूमि जल्द न मिलने पर समुदाय के लोग प्रदेश के हर जिले में दलित महापंचायतें आयोजित कर दलित समुदाय के लोगों को एक मंच पर इक्कट्ठा कर दलितों के साथ हो रहे अन्याय के बारे में बताएगें। हुड्डा सरकार में प्रदेश के दलित सुरक्षित नहीं है। 29 मई को समुदाय के लोगों की 11 सदस्यीय कमेटी चंडीगढ़ में उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती से मिलकर बरहेडी विवाद को लेकर महापंचायत द्वारा लिए गए निर्णय से अवगत करवाएगें। वहीं दलितों के साथ हरियाणा में हो रहे अत्याचारों के बारे में भी ज्ञापन दिया जाएगा।

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