कुरुक्षेत्र में लोगों की सुरक्षा रामभरोसे
स्वीटी के अपहरण के बाद बलात्कार की घटना ने खोली प्रशासन की पोल
कुरुक्षेत्र(नरेंद्र धूमसी)
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र जैसे शांतिप्रिय शहर में बदमाशों के सक्रिय होने से लोगों की सुरक्षा रामभरोसे रह गई है। बुधवार को सेक्टर तीन निवासी स्वीटी को चार कार सवार अज्ञात बदमाशों ने अगवा करने के बाद उसके साथ बलात्कार कर जिला करनाल के संघोई गांव के पास फैंक दिया। इस वारदात से पुरे क्षेत्र में लड़कियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। पुलिस की कार्यप्रणाली को लोग जमकर कोस रहे हैं। मृतका के परिजनों व सैंकड़ों लोगों पिपली में जीटीरोड पर स्वीटी के शव को रखकर जाम लगा दिया और पुलिस , जिला प्रशासन व हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए एसपी व डीसी को सस्पेंड करने की मांग करते हुए इस केस को सीबीआई को सौंपने की मांग की। जब मौकेे पर डीसी सीजीकंतन व एसडीएम अशोक बंसल पहुंचे तो उन्हें लोगों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा।
बुधवार की शाम चार कार सवार बदमाशों ने जिंदल चौक से स्वीटी का उस समय अपहरण कर लिया था जब वह अपने पापा को बाजार के चौक से घर लाने के लिए स्कूटी पर सवार होकर निकली थी। उसकी चीख-पुकार आस-पास के लोगों ने भी सुनी लेकिन उसको कोई भी उन दरिंदों के चुंगल से नहीं बचा सका। परिजनों का कहना है कि पुलिस को समय रहते सूचित कर दिया गया था लेकिन पुलिस ने जान बुझकर मामले को हल्के से लिया। हवस के भूखे भेडिय़ों ने स्वीटी के साथ बलात्कार कर उसे इंद्री-करनाल रोड पर गांव संघोई के नजदीक फैंक दिया। वीरवार देर रात स्वीटी के परिजनों को उसकी मौत की खबर मिली। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद स्वीटी के शव को परिजनों व सैंकड़ों लोगों ने कुरुक्षेत्र में प्रवेश करते ही पिपली में जीटी रोड पर दोपहर के तकरीबन एक बजे जाम लगा दिया। देर शाम तक एसडीएम व डीसी के आश्वासन के बाद भी लोगों ने समाचार लिखे जाने तक जाम नहीं खोला था। प्रशासन द्वारा किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया। पिपली व कुरुक्षेत्र को प्रशासन ने पुलिस छावनी में तबदील कर दिया। कुरुक्षेत्र में जगह-जगह पुलिस की टुकडिय़ां खड़ी थी। स्वीटी के पिता रणधीर व ताऊ सगुन चंद ने बताया कि इस मामले को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने समय रहते पुलिस को घटना की जानकारी दे दी थी लेकिन पुलिस द्वारा ठोस कारवाई नहीं की गई। उन्होंने पुलिस पर बदमाशों के साथ मिलीभगत के आरोप जड़े हैं। जितनी पुलिस आंदोलनकारियों को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगाई गई है। अगर पुलिस समय रहते मामले को गंभीरता से लेता तो एक मासूम बच्ची की जान बचाई जा सकती थी।
स्वीटी के परिजनों व सैंकड़ों लोगों ने शव को जीटीरोड पर रखकर लगाया जाम।
डीसी व एसपी को संस्पेंड करने की मांग के साथ इस केस को सीबीआई को सौंपने की मांग पर अड़े स्वीटी के परिजन।
डीसी व एसडीएम पर भीड़ में से किसी ने चप्पल दे मारी।
पिपली(रवींद्र) स्वीटी के अपहरण के बाद उसका शव करनाल के संघोई गांव के नजदीक मिलने के बाद उसके परिजनों व शहर मे शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार को करनाल से पोस्टमार्टम के बाद स्वीटी के शव को परिजनों ने पिपली में राष्ट्रीय राजमार्ग पर रखकर जीटी रोड शव के साथ प्रदर्शन करते हुए जीटीरोड को जाम कर दिया। इससे जीटीरोड पर वाहनों की लंबी लाईने लग गई। प्रशासन ने पुरे शहर को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया। स्वीटी के परिजनों ने पुलिस प्रशासन व सरकार को जमकर कोसा और एसपी व डीसी को सस्पेंड करने की मांग के साथ इस केस को सीबीआई को सौंपने की मांग की। प्रदर्शनकारी शव को जीटीरोड पर जमकर सरकार को कोसते रहे लेकिन घंटों तक भी बड़े अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से दूरी बनाएं रखी। प्रशासन को डर था कि कहीं प्रदर्शन उग्ररूप में न बदल जाए। जब डीसी व एसडीएम प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे तो भीड़ मे से किसी ने उनपर चप्पल दे मारी।
जीटीरोड के जाम होने से प्रशासने ने ट्रैफिक को शाहबाद वाया लाडवा करनाल निकाला और निलोखेड़ी व करनाल से अलग-अलग रास्तो से ट्रैफिक को निकालने का प्रयास किया। स्वीटी के परिजन पुलिस पर बदमाशों के साथ मिलने के आरोप लगा रहें हैं। परिजनों का कहना है कि जिस गाड़ी में उनकी बेटी को बदमाश उठा ले गए वह कई दिनों से उस क्षेत्र में घूम रही थी। वारदात के होने के बाद पुलिस का ढि़लाई के कारण उनकी बेटी मरी है। अगर पुलिस मुस्तैदी से कार्य करती तो बदमाशों को दबोचा जा सकता था। स्वीटी के पिता रणधीर, मां सुनीता व कमलेश ने बताया कि उन्हें हर सूरत में इंसाफ चाहिए। दरिदों ने उनकी बेटी को बेरहमी से मारा है। बदमाशों को पकडक़र फांसी पर लटका देना चाहिए। उन्होंने बताया कि उनका पुलिस से विश्वास उठ चुका है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस केस की जांच सीबीआई को सौंपी जाए। उधर समाचार लिखे जाने तक डीसी सीजी रजनीकंतन व एसडीएम अशोक बंसल ने स्वीटी के परिजनों को इंसाफ दिलाने की बात कही और कहा कि प्रदेश सरकार से बात करके केस को सीबीआई को सौंपने के लिए लिखा जाएगा।
स्वीटी के अपहरण के बाद बलात्कार की घटना ने खोली प्रशासन की पोल
कुरुक्षेत्र(नरेंद्र धूमसी)
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र जैसे शांतिप्रिय शहर में बदमाशों के सक्रिय होने से लोगों की सुरक्षा रामभरोसे रह गई है। बुधवार को सेक्टर तीन निवासी स्वीटी को चार कार सवार अज्ञात बदमाशों ने अगवा करने के बाद उसके साथ बलात्कार कर जिला करनाल के संघोई गांव के पास फैंक दिया। इस वारदात से पुरे क्षेत्र में लड़कियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। पुलिस की कार्यप्रणाली को लोग जमकर कोस रहे हैं। मृतका के परिजनों व सैंकड़ों लोगों पिपली में जीटीरोड पर स्वीटी के शव को रखकर जाम लगा दिया और पुलिस , जिला प्रशासन व हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए एसपी व डीसी को सस्पेंड करने की मांग करते हुए इस केस को सीबीआई को सौंपने की मांग की। जब मौकेे पर डीसी सीजीकंतन व एसडीएम अशोक बंसल पहुंचे तो उन्हें लोगों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा।
बुधवार की शाम चार कार सवार बदमाशों ने जिंदल चौक से स्वीटी का उस समय अपहरण कर लिया था जब वह अपने पापा को बाजार के चौक से घर लाने के लिए स्कूटी पर सवार होकर निकली थी। उसकी चीख-पुकार आस-पास के लोगों ने भी सुनी लेकिन उसको कोई भी उन दरिंदों के चुंगल से नहीं बचा सका। परिजनों का कहना है कि पुलिस को समय रहते सूचित कर दिया गया था लेकिन पुलिस ने जान बुझकर मामले को हल्के से लिया। हवस के भूखे भेडिय़ों ने स्वीटी के साथ बलात्कार कर उसे इंद्री-करनाल रोड पर गांव संघोई के नजदीक फैंक दिया। वीरवार देर रात स्वीटी के परिजनों को उसकी मौत की खबर मिली। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद स्वीटी के शव को परिजनों व सैंकड़ों लोगों ने कुरुक्षेत्र में प्रवेश करते ही पिपली में जीटी रोड पर दोपहर के तकरीबन एक बजे जाम लगा दिया। देर शाम तक एसडीएम व डीसी के आश्वासन के बाद भी लोगों ने समाचार लिखे जाने तक जाम नहीं खोला था। प्रशासन द्वारा किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया। पिपली व कुरुक्षेत्र को प्रशासन ने पुलिस छावनी में तबदील कर दिया। कुरुक्षेत्र में जगह-जगह पुलिस की टुकडिय़ां खड़ी थी। स्वीटी के पिता रणधीर व ताऊ सगुन चंद ने बताया कि इस मामले को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने समय रहते पुलिस को घटना की जानकारी दे दी थी लेकिन पुलिस द्वारा ठोस कारवाई नहीं की गई। उन्होंने पुलिस पर बदमाशों के साथ मिलीभगत के आरोप जड़े हैं। जितनी पुलिस आंदोलनकारियों को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगाई गई है। अगर पुलिस समय रहते मामले को गंभीरता से लेता तो एक मासूम बच्ची की जान बचाई जा सकती थी।
स्वीटी के परिजनों व सैंकड़ों लोगों ने शव को जीटीरोड पर रखकर लगाया जाम।
डीसी व एसपी को संस्पेंड करने की मांग के साथ इस केस को सीबीआई को सौंपने की मांग पर अड़े स्वीटी के परिजन।
डीसी व एसडीएम पर भीड़ में से किसी ने चप्पल दे मारी।
पिपली(रवींद्र) स्वीटी के अपहरण के बाद उसका शव करनाल के संघोई गांव के नजदीक मिलने के बाद उसके परिजनों व शहर मे शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार को करनाल से पोस्टमार्टम के बाद स्वीटी के शव को परिजनों ने पिपली में राष्ट्रीय राजमार्ग पर रखकर जीटी रोड शव के साथ प्रदर्शन करते हुए जीटीरोड को जाम कर दिया। इससे जीटीरोड पर वाहनों की लंबी लाईने लग गई। प्रशासन ने पुरे शहर को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया। स्वीटी के परिजनों ने पुलिस प्रशासन व सरकार को जमकर कोसा और एसपी व डीसी को सस्पेंड करने की मांग के साथ इस केस को सीबीआई को सौंपने की मांग की। प्रदर्शनकारी शव को जीटीरोड पर जमकर सरकार को कोसते रहे लेकिन घंटों तक भी बड़े अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से दूरी बनाएं रखी। प्रशासन को डर था कि कहीं प्रदर्शन उग्ररूप में न बदल जाए। जब डीसी व एसडीएम प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे तो भीड़ मे से किसी ने उनपर चप्पल दे मारी।
जीटीरोड के जाम होने से प्रशासने ने ट्रैफिक को शाहबाद वाया लाडवा करनाल निकाला और निलोखेड़ी व करनाल से अलग-अलग रास्तो से ट्रैफिक को निकालने का प्रयास किया। स्वीटी के परिजन पुलिस पर बदमाशों के साथ मिलने के आरोप लगा रहें हैं। परिजनों का कहना है कि जिस गाड़ी में उनकी बेटी को बदमाश उठा ले गए वह कई दिनों से उस क्षेत्र में घूम रही थी। वारदात के होने के बाद पुलिस का ढि़लाई के कारण उनकी बेटी मरी है। अगर पुलिस मुस्तैदी से कार्य करती तो बदमाशों को दबोचा जा सकता था। स्वीटी के पिता रणधीर, मां सुनीता व कमलेश ने बताया कि उन्हें हर सूरत में इंसाफ चाहिए। दरिदों ने उनकी बेटी को बेरहमी से मारा है। बदमाशों को पकडक़र फांसी पर लटका देना चाहिए। उन्होंने बताया कि उनका पुलिस से विश्वास उठ चुका है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस केस की जांच सीबीआई को सौंपी जाए। उधर समाचार लिखे जाने तक डीसी सीजी रजनीकंतन व एसडीएम अशोक बंसल ने स्वीटी के परिजनों को इंसाफ दिलाने की बात कही और कहा कि प्रदेश सरकार से बात करके केस को सीबीआई को सौंपने के लिए लिखा जाएगा।
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