घरौंडा (प्रवीन/तेजबीर)
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के उप कुलपति प्रोफेसर वीएन राजशेखरन पिल्लई ने आज हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन के हर्षवर्धन सभागार में पुलिसकर्मियों के लिए मानव तस्करी रोकथाम विषय में सर्टिफिकेट कोर्स को दीप प्रज्जवलित कर लॉच किया। 6 माह का यह कोर्स पुलिसकर्मियों को मानव तस्करी के विभिन्न पहलूओं पर जानकारी प्रदान करेगा। इसे पुलिस की पेशेवर आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। लॉच के प्रथम दिन ही इस कोर्स के लिए पुलिसकर्मियों में भारी उत्साह देखा गया।
इस अवसर पर हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रोफेसर पिल्लई ने अपने संबोधन में कहा कि हरियाणा पुलिस द्वारा पुलिसकर्मियों के लिए विशेष कोर्स आरम्भ कराने की पहल देश की अन्य अकादमियों के लिए आदर्श है। यह कोर्स गृह मंत्रालय के सहयोग से इग्नू द्वारा तैयार किया है और उम्मीद है इससे पुलिसकर्मी मानव तस्करी अपराधियेां से निपटने में सक्षम बनेंगे। उन्होंने अकादमी में उपलब्ध प्रशिक्षण सुविधाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय यहां पर एक विशेष केंद्र स्थापित करना चाहता है। इग्नू, देश की श्रेष्ठ अकादमियों में से एक हरियाणा पुलिस अकादमी के साथ मिलकर साइबर क्र ाइम, फोरेंसिक विज्ञान, फोरेंसिक अनुसंधान जैसे व्यवहारिक एवं प्रासंगिक विषयों में कोर्स भी आरम्भ करना चाहती है।
प्रोफेसर पिल्लई ने कहा कि अकादमी के योगदान एवं पुलिसकर्मियों के लिए इस कोर्स की उपयोगिता को देखते हुए इग्रू ने कोर्स फीस में 50 प्रतिशत छूट दी है। इग्नू भविष्य में पुलिस की आवश्यकता के अनुसार नए कोर्स भी आरम्भ करने का विचार कर रही है क्योंकि प्रशिक्षण के साथ शैक्षणिक ज्ञान से पुलिसकर्मियों की कार्यक्षमता का विकास होता है।
इस अवसर पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय में विधी ज्ञानपीठ (स्कूल ऑफ लॉ) के निदेशक के इल्लुमलई ने कोर्स की संरचना एवं उद्देश्य के बारे मे जानकरी देते हुए कहा कि मानव तस्करी समस्त मानवता के लिए अपराध है। इस कोर्स का निर्माण इस प्रकार किया गया है कि मानव तस्करी की रोकथाम से जुड़े लोगों को इस विषय की गंभीरताा समझ आ सके। उन्होंने कहा कि बाल-श्रम रोकने के लिए पहले से ही अनेक कानून मौजूद हैं लेकिन इस कोर्स के बाद इसे करने वाले को इसकी रोकथाम से उनका सरोकार समझने में मदद मिलेगी।
इससे पूर्व हरियाणाा पुलिस अकादमी के निदेशक सुधीर चौधरी ने अपने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि मानव तस्करी की समस्या को इस बात से जाना जा सकता है कि नशीले पदार्थों एवं अवैध हथियारों की तस्करी के बाद मानव तस्करी विश्व का तीसरा सबसे बढ़ा संगठित अपराध है। इसलिए जरूरी है कि इस समस्या के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की जाए। इसके लिए कानून लागू करनेवाली ऐजेन्सियों को ठीक प्रकार से प्रशिक्षित किया जाना महत्वपूर्ण है। गृह मंत्रालय और इग्रू ने इस कोर्स के निर्माण के साथ साथ इस दिशा में अनके महत्वपूर्ण कदम उठाएं हैं और इन्हीं प्रयासों में भागीदारी करने के लिए हरियाणा पुलिस अकादमी ने कोर्स को पुलिसकर्मियों के लिए आरम्भ करवाने की पहल की है। उन्होंने पुलिसकर्मियों के लिए इग्रू की ओर से दी गई सुविधाओं के लिए भी उप कुलपति श्री पिल्लई का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की ओर से उप पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती ममता सिंह विशेष तौर पर उपस्थित रहीं।
अकादमी की ओर से उप पुलिस महानिरीक्षक डा0 सुमन मंजरी ने तथा इग्रू की ओर से इसके श्रेत्रीय केंद्र करनाल के निदेशक डा0 अशोक शर्मा ने उपस्थित समूह का आभार व्यक्त किया। इस इस अवसर पर पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो, नई दिल्ली के पूर्व निदेशक श्री एनसी जोशी, हरियाणा सशस्त्र पुलिस के महानिरीक्षक श्री आरसी मिश्र्रा, अकादमी के उप पुलिस महानिरक्षक एसके जैन, उप पुलिस महानिरीक्षक श्रीकांत जाधव सहित अन्य अधिकारी एवं प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।
फोटो केप्शन-मधुबन अकादमी के हर्षवर्धन सभागार में दीप प्रज्जवलित करते व पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते प्रोफेसर पिल्लई
छाया-तेजबीर
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